1/ 5
2/ 5
3/ 5
4/ 5
5/ 5
❮
❯
Chakradhar Samaroh 2024
चक्रधर समारोह
निरंतर गतिमान सर्वकालिक उत्सवराजा चक्रधर सिंह के कला-स्वप्न का अद्वितीय रूपांतर है। चक्रधर समारोह। दरअसल हमारे अपने जीवन के रंगमंच पर, द्वंद्व - आक्रोश के रंगमंच पर इस समारोह पर ऐसा समारोह लगातार संपन्न होता रहता है। चक्रधर समारोह के उल्लास से उमंगें, आजादी की रचनात्मक ऊँचाई और खुशियों की रोशनाई भरे समहू-वाह निरंतर बजते रहते हैं... कुछ कुछ कबीर साह....
चक्रधर समारोह
निरंतर गतिमान सर्वकालिक उत्सवराजा चक्रधर सिंह के कला-स्वप्न का अद्वितीय रूपांतर है। चक्रधर समारोह। दरअसल हमारे अपने जीवन के रंगमंच पर, द्वंद्व - आक्रोश के रंगमंच पर इस समारोह पर ऐसा समारोह लगातार संपन्न होता रहता है। चक्रधर समारोह के उल्लास से उमंगें, आजादी की रचनात्मक ऊँचाई और खुशियों की रोशनाई भरे समहू-वाह निरंतर बजते रहते हैं... कुछ कुछ कबीर साहब की उदारता बाद के गीतों की मानिंद।जब कभी जिंदगी ग़मगीन हो या गुनगुनाती है- जब भंवरी गीत गाए हैं, हिंदी किशोरों की सुहावनी प्यासल कृतिमान जब धीरे धीरे शोर उतारती है। यह पूरी कायनात में जैसे एक चक्रधर समारोह आयोजित हो जाता है। काले कोयले बालों के उपर बड़े हुए चाँद बाले जब धीरे धीरे शीत मरकतुल्ली में है तब पूरा आसमान चक्रधर समारोह जैसे उत्सव से आजाद के विश्राम से उठता है।यह चक्रधर समारोह ही है जो हमारी खुशियों की उन्मत्त बिम्बलहरी ताँव की शहनाई में अजा देता है। हमारी गति जीवन हैंसली जैसे लिफ्टी फिसल पीढ़ा का है, हरियाली चंद्रिका की बांग्लिया में डांल देता है। यही चक्रधर समारोह, जब हमारे आरसी का माज जा के दिव्य रूप धारण करता है तो ऐश्वर्य प्रकट होता है। यही चक्रधर, जब नयनों में रत्नांगों की उपजती कुमुलता को ओट देता है, तब हमारे हदय प्रकट होता है। हमारी रचनात्मक चाहतें हमेशा शांतिदायी रहती हैं। दरअसल चक्रधर समारोह एक सर्वकालिक एवं निरंतर गतिमान उत्सव है।
Read More
Activities
"चक्रधर समारोह" महाराजा चक्रधर सिंह के सांगीतिक व्यक्तित्व का स्पंदित रूपांकन है। गायन—वादन और नृत्य के शीर्षस्थ कलाकारों सहित नयी पीढ़ी के प्रतिभाशाली कला—साधक इस समारोह में अपनी प्रस्तुतियाँ देते रहे हैं।
पद्मश्री रामलाल जी, पद्मश्री हेमा मालिनी, पद्मश्री रंजना गोहर, पद्मश्री देवयानी, पद्मश्री भारती बंधु, पद्मश्री अनुज शर्मा, डॉ. कुमार विश्वास, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, श्रीमती मीनाक्षी शेषाद्रि, श्री राहुल शर्मा, श्री राकेश चौरसिया, श्री जीतू शंकर, मो. चाँद अफजल कासरी, श्री गजेंद्र पुण्डा 'त्रिवेण', डॉ. जी. रशीद बाबू, श्रीमती पौशाली चटर्जी, सुश्री विद्या प्रवीन, सुश्री मधुस्मिता दास, सुश्री माया कुलश्रेष्ठ, डॉ. रघुराम श्रीकांत, श्री विनोद मिश्र एवं अन्य ख्यातिलब्ध कलाकारों को इस वर्ष विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।चक्रधर समारोह ने छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को विशिष्ट महत्व प्रदान करते हुए करमा एवं गेड़ी लोक नृत्य, इंदर कला एवं संगीतमय विश्ववेलि तथा खेलराग की सहभागिता सहित विविध लोक नृत्य एवं रायगढ़ जिले व प्रदेश की बहुसंख्य सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया गया है।शास्त्रीयता, लोकसंगीत और महाराजा चक्रधर सिंह के प्रिय खेल "कुश्ती एवं कबड्डी" के संयोजन के साथ, सुर—ताल—छंद और घुँघरू की यह परम्परा निरंतर जारी है।
Social Media
Organized By
Collectorate Raigarh
Collector Raigarh
Collectorate Raigarh
07762222103
raigarh[dot]cg[at]gov[dot]in
How to reach
The nearest airport is Jharsuguda, Odisha,
which is 68 KMs away.
The nearest convenient railway station is Raigarh,
which is 2 KMs away.
The nearest major city is Raigarh,
which is 1KMs away.